उत्तराखंड के काशीपुर स्थित सूर्या फैक्ट्री में गुरूवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जब हाइड्रोजन गैस सिलिंडर फटने से एक श्रमिक की मौके पर ही मृत्यु हो गई और दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा फैक्ट्री परिसर में उस समय हुआ जब रोज़ की तरह श्रमिक काम में जुटे हुए थे। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के इलाके में दहशत फैल गई।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और राहत प्रयास
हादसे की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री सचिव व कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन पर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने घटनास्थल पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों को तुरंत और बेहतर चिकित्सा सुविधा दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया।
अस्पताल पहुंचे आयुक्त, जांच के आदेश
घायलों का हालचाल जानने के लिए कुमाऊं आयुक्त ने अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने डॉक्टरों से घायलों के उपचार की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी को त्वरित जांच के आदेश दिए हैं ताकि हादसे के पीछे की असली वजह सामने लाई जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
हादसे का कारण
यह हादसा काशीपुर के एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित सूर्या फैक्ट्री में हुआ, जहां काम के दौरान हाइड्रोजन गैस सिलिंडर फट गया। घटना के वक्त वहां कई श्रमिक मौजूद थे। धमाके की आवाज दूर तक सुनाई दी और कई श्रमिक घायल हो गए। राहत व बचाव कार्य में प्रशासन ने तत्परता दिखाई और घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
औद्योगिक सुरक्षा के मानकों पर गहन मंथन की आवश्यकता
इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों और निगरानी व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर उत्तराखंड औद्योगिक विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा में छोटी-सी चूक भी बड़ी त्रासदी का कारण बन रही है। अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या नई दिशा मिलती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।