इस महीने की तीन अगस्त की रात को लगभग 11.30 बजे गौरीकुंड डाटपुल के समीत भारी भूस्खलन से हाईवे किनारे बनी तीन दुकानें बह गई थी। जिसमें 23 लोग मंदाकिनी नदी में बह गए थे, जिसमें से सात लोगों के शव बरामद हो चुके थे।
इधर, पुलिस द्वारा लापता लोगों की खोजबीन के लिए गौरीकुंड से रामपुर, शेरसी तक मंदाकिनी नदी किनारे सघन खोजबीन अभियान चलाया जा रहा है।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे सिल्ली में 40 मीटर क्षतिग्रस्त
भारी बारिश और मंदाकिनी नदी के उफान से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग सिल्ली में 40 मीटर क्षतिग्रस्त हो गया है। बांसवाड़ा और कुंड में भी हाईवे को व्यापक नुकसान पहुंचा है। वहीं, जिले में 29 संपर्क मोटर मार्ग भी बंद पड़े हैं जिससे 200 से अधिक गांवों का अपने नजदीकी बाजारों के साथ ही तहसील व जिला कार्यालय से भी संपर्क कट गया है।
रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश से सिल्ली में मंदाकिनी नदी के तेज बहाव से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे का 40 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां पर सिर्फ छोटे वाहनों के संचालन के लिए सड़क रह गई है। बांसवाड़ा और कुंड में भी हाईवे की सुरक्षा दीवारें ढह गई हैं। उधर, सेमी-भैंसारी, देवीधार, तरसाली में भी राजमार्ग अति संवेदनशील हो रखा है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ में चार घंटे बंद रहा। बारिश के कारण यहां सोमवार सुबह 5 बजे हाईवे बंद हो गया था जिसे सुबह 9 बजे खोला गया। बसुकेदार तहसील के गांवों को जोड़ने वाला बांसवाड़ा-बष्टी मोटर मार्ग पर मंदाकिनी नदी पर निर्मित मोटर पुल के एक पिलर के पास 20 मीटर से भी अधिक और 10 मीटर चौड़ा गड्ढा हो गया है।