बैडमिंटन से विश्व भर में अपने खेल का लोहा मनवा चुके पहाड़ के 21 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी शटलर लक्ष्यसेन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया. अवार्ड मिलने से लक्ष्य के गृहक्षेत्र अल्मोड़ा सहित पूरे उत्तराखण्ड में खुशी का लहर है. लक्ष्य ने यह अवार्ड उनके हाथ में बैडमिंटन थमाने वाले दादा सीएल सेन को समर्पित किया है.
बता दे लक्ष्यसेन मूलरूप से सोमेश्वर के ग्राम रस्यारा गांव निवासी जिला अल्मोड़ा में जन्मे शटलर लक्ष्य सेन का परिवार करीब 80 साल से अधिक समय से अल्मोड़ा के तिलकपुर मोहल्ले में रहता हैं. उनके दादाजी सीएल सेन ने सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. उनके पिता डीके सेन भी वर्तमान में कोच हैं.
लक्ष्य सेन ने हाल ही में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के अंतिम दिन बैडमिंटन के एकल मुकाबले के फाइनल में मलयेशिया के त्जे यंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में एक के मुकाबले दो सेट से शिकस्त देकर स्वर्णिम कामयाबी हासिल की थी. सीएम धामी ने भी उन्हें इसके लिए बधाई दी थी.