उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम मंदिर ट्रस्ट ने एक अनुकरणीय पहल करते हुए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 2.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। यह योगदान हाल की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों की सहायता के उद्देश्य से किया गया है। इस आर्थिक सहयोग को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्रस्ट की उदारता की सराहना की और इसे “मानवता का सच्चा उदाहरण” बताया।

ट्रस्ट की बहुआयामी सामाजिक भागीदारी
यह योगदान केवल एक आर्थिक मदद नहीं है, बल्कि ट्रस्ट द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से निभाई जा रही ज़िम्मेदारी का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कैंची धाम ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी निरंतर सहयोग कर रहा है। इससे पहले भी ट्रस्ट ने कई सामाजिक एवं जनकल्याणकारी कार्यों में सक्रिय भागीदारी दिखाई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बाईपास निर्माण
कैंची धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कैंची धाम बाईपास मार्ग का निर्माण ट्रस्ट के सहयोग से किया जा रहा है। इस बाईपास के बन जाने से श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा, भीड़-भाड़ से मुक्ति और सुरक्षा की दृष्टि से राहत मिलेगी। यह निर्णय धार्मिक पर्यटन के विकास और स्थानीय व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
5000 छात्रों को छात्रवृत्ति योजना की सौगात
ट्रस्ट ने एक और सराहनीय घोषणा की है कि वह अब 5000 छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करेगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। यह पहल राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक हस्तक्षेप के रूप में देखी जा रही है, जो बाल शिक्षा को प्रोत्साहित करेगी और सामाजिक समानता की ओर एक मजबूत कदम साबित हो सकती है।
उत्तराखंड में धर्म और सेवा का संतुलन
इस समग्र प्रयास से स्पष्ट होता है कि कैंची धाम मंदिर ट्रस्ट न केवल एक धार्मिक संस्थान है, बल्कि सेवा और समाज कल्याण की भावना से ओतप्रोत संगठन के रूप में कार्य कर रहा है। यह उदाहरण दर्शाता है कि किस प्रकार धार्मिक आस्था, सामाजिक उत्तरदायित्व और मानवीय संवेदना मिलकर एक बेहतर और सहानुभूतिपूर्ण समाज की नींव रख सकते हैं।