बेरीनाग तहसील के चचरेत गांव में तेंदुआ मां की पीठ से ढाई साल की छोटी बच्ची को उठा ले गया। बच्ची को ले जाते देख परिजनों ने हंगामा किया व तेंदुए का पीछा किया लेकिन डेढ़ सौ मीटर दूर बच्ची का शव उन्हें मिला।
बेरीनाग मुख्यालय से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर चचरेत गांव में परिजन लोक पर्व खतड़वा मना रहे थे, आंगन में दादा बहादुर सिंह, दादी कौशल्या देवी, चाचा विजय सिंह और पान सिंह की पत्नी कविता सिंह खड़े थे। कविता की पीठ पर ढाई वर्षीय बच्ची थी। आंगन के पास ही घात लगा कर बैठा तेंदुआ बच्ची को झपट कर ले गया।
परिजनों का हल्ला सुनकर एकत्र हुए ग्रामीणों ने जब बच्ची की खोजबीन शुरू की तो उन्हें घर से थोड़ी दूर बच्ची का शव मिला।
बेटी की मौत की खबर सुनते ही दूसरे शहर में नौकरी कर रहे हैं बेटी के पिता पान सिंह घर को आ गए हैं। ग्रामीणों ने वन अधिकारियों से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक फकीर राम टम्टा, एसडीएम अनिल शुक्ला, थानाध्यक्ष मनोज पांडे व बड़ी संख्या में लोग गांव में पहुंच चुके थे।