हल्द्वानी: पहाड़ के सरकारी अस्पताल रेफर सेंटर ही बनकर रह गए हैं। वहां न पर्याप्त डाॅक्टर हैं न ही मशीनें। पौड़ी के सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद जब महिला की हालत बिगड़ी तो उसे रामनगर सीएचसी रेफर किया गया
घंटे एंबुलेंस में तड़पती रही
यहां से डाॅक्टरों ने उसे सुशीला तिवारी अस्पताल भेज दिया। प्रसूता छह घंटे एंबुलेंस में तड़पती रही। सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बुधवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में प्रसूता का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया था।
गर्भवती थी महिला
मैठाड़ा ग्वीन मल्ला पौड़ी निवासी अमित गौनियाल यहां अपनी 24 वर्षीय पत्नी रेनू के साथ रहते थे। रेनू गर्भवती थी और मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने पर अमित उसे लेकर गांव के पास स्थित बीरोखाल के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचा।
महिला ने दिया बच्चे को जन्म
यहां रेनू ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी हालत बिगड़ गई। उसे अधिक रक्त स्राव होने लगा। डॉक्टरों ने रामनगर सीएचसी के लिए रेफर कर दिया। परिजन एंबुलेंस से रेनू को सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने उसकी हालत अधिक खराब होने पर सुशीला तिवारी के अस्पताल भेज दिया।
महिला ने रास्ते में तोड़ दम
रेनू के पति अमित ने बताया कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर बुधवार सुबह मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में डॉक्टरों ने रेनू के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मौत की वजह अत्यधिक रक्तस्राव को माना जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि असल कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा।