देहरादून। राष्ट्रीय व्यापार मंडल उत्तराखंड के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष लच्छु गुप्ता के नेतृत्व में आयुक्त कर से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल नंे आयुक्त कर को बताया कि व्यापारियों द्वारा समस्त विवरण एवं वाणिज्य कर के भुगतान का विवरण पत्रावली उपलब्ध होने के उपरांत भी वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों द्वारा नियमों के विरुद्ध मनमाने ढंग से व्यापारियों के विरुद्ध एकपक्षीय कर निर्धारण का आदेश पारित कर अनैतिक रूप से मांग की जाती है। जबकि वेट मुख्यालय के निर्देशों के अनुरूप ऐसे वाद स्वतः निस्तारित किए जाने थे, ऐसे एकपक्षीय आदेश पूर्ण विवरण व्यापारियों द्वारा दाखिल किए गए हैं। उनको विभाग द्वारा तत्काल रद्द किए जाने का आग्रह आयुक्त कर से प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद जैन ने किया। वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को अधिकतम राशि के रिफंड के बजाय नियम विरुद्ध वेट एक्ट के प्रावधानों का उल्लेख करते हैं। अविलंब विभागीय अधिकारियों को इस धनराशि के रिफंड हेतु नियम अनुसार वापसी किए जाने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय व्यापार मंडल की प्रदेश मीडिया प्रभारी मधु जैन ने बताया कि आयुक्त कर ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रेषित ज्ञापन का संज्ञान में लेते हुए बैठक में उपस्थित कर विवाद के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में जांच किए जाने का निर्देश करते हुए व्यापारियों की सभी समस्याओं का निराकरण किए जाने का आश्वासन दिया गया। आयुक्त कर ने कहा कि व्यापारिक संगठन के साथ विभाग के अधिकारी त्रैमासिक रूप में बैठक करेंगे एवं व्यापारियों की जो भी समस्या है उसका निराकरण करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय व्यापार मंडल के मंत्री राजकुमार तिवारी, राहुल चौहान, संजय अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।