उत्तराखंड में गुलदार का आतंक इस कदर छाया है कि सूरज ढलते ही ग्रामीणों के दरवाजे बंद हो जाते हैं और गांव में वीरानी छा जाती है। गुलदार के भय से बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। जिसके चलते स्कूल दो दिन के लिए बंद किए गए है। स्कूलों में दो दिनों की छुट्टी घोषित की गई है।
पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में बाघ-गुलदार की दहशत के चलते कई जिलों में कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं। लोग डरे हुए है शाम होते दरवाजे बंद हो जाते है। एकेश्वर ब्लॉक में गुलदार की दहशत के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है। स्कूलों में दो दिनों की छुट्टी घोषित की गई है। जनता इंटर कॉलेज इंदिरापुरी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय इसोटी, ड्यूल्ड, घल्ला, मुंडियाप, पीपली और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अगले दो दिनों तक नहीं खुलेंगे। इसके अलावा इन क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद रखने के आदेश जारी किए गए है।
बता दें कि उत्तराखंड में बाघ-गुलदार सिर्फ इंसानी बस्तियों में ही नहीं घुस रहे, बल्कि राह चलते लोगों पर भी हमला करने लगे हैं।गुलदार के हमले से अभी तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है, अभिभावक भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार के लिए बाघ-गुलदार की जान कीमती है, लेकिन इंसान की जान की कोई कीमत नहीं। हमले में किसी की जान जाती है तो मुआवजा देकर खानापूर्ति कर दी जाती है, लेकिन क्या कोई मुआवजा इंसान की जान की भरपाई कर सकता है।