उत्तराखंड के थराली विधानसभा में पिछले साल बरसात के समय आई आपदा में थराली और सूना समेत कई गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया था। वही इतना समय बीत जाने के बाद पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। जिसके चलते लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गांव वाले कई महिनों से कर पुल का इंतजार
बता दे कि बीते साल बरसात के कारण थराली विधानसभा में बरसात में आपदा में प्राणमति नदी के तेज उफान में थराली और सूना समेत अन्य गांवों को जोड़ने वाला मोटरपुल और झूलापुल बह गए। जिससे थराली और सूना गांव के लोगों को आने जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. परेशान स्थानिया प्रशासन और लोक निर्माण विभाग ने आवाजाही के लिए यहां एक लकड़ी का पुल बना दिया। लेकिन यह पुल खतरे की निशानी है. अस्थाई पुल कभी भी टुट सकता है. वही अब गांव वाले मोटरपुल और वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में फिलहाल वैलिब्रिज की मांग कर रहे हैं।
मोटरपुल बनाने की मांग
मिली जानकारी के अनुसार कई बार मांग करने के बाद ग्रामीणों ने इसकी गुहर भी लगाई लेकिन हर बार उनको आश्वासन दे दिया जाता. जिम्मेदार विभाग बात को टाल देती है। जिस कारण यहा रह रहे लोग परेशान है। गांववासियों को आवाजाही में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है . इसी बीच स्थानिया लोगों ने विशाल जुलूस निकाला। वही लोगों ने कहा की जल्द से जल्द नए मोटरपुल और वैलिब्रिज लगाने को लेकर सरकार से मांग की है।
बच्चो से लेकर बुर्जेग जुलूस में शामिल
जुलूस में स्कूली बच्चों से लेकर महिलाओं ने भी भाग लिया। सभी ने जुलूस निकालते हुए एक बार फिर से अपनी मांगें दोहराई और मांगों को लेकर नारेबाजी की। इसके बाद सभी ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचे।