चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। सुबह छह बजे रजिस्ट्रेशन कराने आए यात्रियों को चार घंटे तक पीने के लिए पानी तक नहीं मिला। करीब 10:15 बजे लोगो को पानी उपलब्ध कराया गया।
कैंप में व्यवस्थाओं को देखने के लिए सुबह प्रशासन का कोई जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद नहीं था। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी भी हुई।
प्यासे यात्री जब पानी के लिए वाटर कूलर के पास गए तो वहां उन्हे पानी नहीं मिला। इसके अलावा, वे यात्री भी परेशान हुए जिन्हें शौचालय जाना था क्योंकि वहां भी पानी नहीं था।यात्रियों की इस समस्या को सुनने के लिए कैंप में यात्रा प्रशासन का कोई अधिकारी भी मौके पर मौजूद नहीं था। गढ़वाल आयुक्त के निर्देश के बावजूद कैंप में अब तक हेल्प डेस्क भी नहीं खोली गई। पानी के लिए भटकते यात्रियों को बाजार से 20 रुपये प्रति लीटर पानी मंगाना पड़ा।
शनिवार को सुबह छह बजे मध्यप्रदेेश के रतलाम, धार, भिंड, मुरैना और गुजरात के जामनगर के यात्रियों का समूह चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप पहुंचा। इन यात्रियों में अधिकांश यात्री अपनी बसों से रातभर सफर करके आए थे ओर उन्हे पीने के लिए पानी तक नही मिला और बेचारो को शौचालय तक में पानी नहीं मिला जिसके कारण उन्हे बहुत कठिनाई भी हुई।