प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस कार्यक्रम में सीएम धामी ने सिरकत की थी। जहां पीआरडी जवानों ने सीएम धामी के सामने लंबित मांगों को लेकर नारेबाजी शुरु कर दी थी। जिसके बाद शासन प्रशासन इस पर गंभीर नजर आ रहा है।
मामले की जांच शुरु
बता दे की विशेष सचिव खेल और युवा कल्याण अमित सिन्हा ने मामले में जांच बैठा दी है। साथ ही सात दिन में रिपोर्ट भी मांगी है। उन्होंने कहा कि जांच में अनुशासनहीनता पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला ?
प्रांतीय रक्षक दल संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह रावत का कहना है की, प्रदेश सरकार की ओर से तीन सौ दिन रोजगार देने की घोषणा को दो साल हो चुके हैं, लेकिन आधे जवान घर बैठे हैं। सार्वजनिक अवकाश के दिन डयूटी के बावजूद जवानों को अनुपस्थित दिखाकर वेतन काटा जा रहा। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद व महासचिव अशोक शाह का कहना है की जवानों के साथ अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी जवानों को डयूटी मिलनी चाहिए।