12वीं में कम नंबर के चलते IIT में नहीं मिला था एडमिशन, लेकिन मीना ने क्रैक किया यूपीएससी वो भी बिना किसी कैचिंग के।
राजस्थान के कोटा शहर मे रहने वाले वीरेन्द् मीना ने अपने राज्य का नाम रोशन करते हुए इतिहास रच दिया है। कोटा को देश मे शिक्षा का स्थल कहा जाता है। जहा ओर कचिंग इस्थानों की कोई कमी नही है।
वहीं कोटा में रहने के बावजूद वीरेंद्र मीणा ने बिना किसी कोचिंग के खुद से यूपीएससी की तैयारी की और सफलता हासिल की।
12वीं में कम नंबर के चलते IIT में नहीं मिला था एडमिशन
वीरेंद्र मीणा इंजीनियरिंग में करियर बनाना चाहते थे लेकिन 12वीं क्लास में प्राप्त अंकों की वजह से आईआईटी में एडमिशन नहीं मिला पाया. 12वीं बोर्ड परीक्षा में उन्हें 62% नंबर मिले थे, जिसकी वजह से स्टेट कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ा. साल 2019 में बीटेक कंप्लीट हो गई लेकिन रोजगार का कोई पुख्ता रास्ता नजर नहीं आ रहा था. तब साल 2019 से उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और अब 2022 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 883वीं रैंक हासिल की है.
सेल्फ स्टडी कामयाबी की चाबी है।
वीरेंद्र मीना का कहना की की वो दिन मे 5 घंटे घंटे खुद से पढ़ाई किया करते थे।
वीरेंद्र मीणा ने बिना किसी कोचिंग के खुद से यूपीएससी की तैयारी की और सफलता हासिल की. वे कभी किसी कोचिंग सेंटर में पढ़ने नहीं गए और न कभी लाइब्रेरी जाकर पढ़ाई की. उन्होंने घर में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई की और यूपीएससी में सेलेक्ट होकर कोटा का नाम रोशन किया।
वीरेंद्र मीणा ने बताया कि साल 2020 और 2021 में मैंने कोचिंग में जॉब शुरू करना शुरू किया. यूपीएससी के नए छात्रों की मेंटरशिप और काउंसलिंग की. मेरे टेलीग्राम ग्रुप से भी यूपीएससी के नए छात्र जो आते थे उनकी मदद करता था.
वीरेंद्र मीना का जज़्बा आज के नौजवानो के लिए मिसाल है।
मैंने 883वी रैंक हासिल कर ली है पर मेरा सफर अभी नहीं रुकेगा. मैं जल्द ही आगे आने वाली यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करता रहूंगा और एग्जाम दूंगा और अच्छी रैंक लाने की कोशिश करूंगा.