रविवार को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ऋषिकेश पहुंचे। जहां वो परमार्थ निकेतन में आयोजित श्रीराम कथा में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि मां गंगा व श्रीराम के बिना भारत अधूरा है।
ऋषिकेश पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने श्रीराम कथा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मां गंगा व श्रीराम के बिना भारत अधूरा है। इनके बिना भारत की कल्पना नहीं कर सकते हैं।
गंगा के बिना नहीं की जा सकती भारत की कल्पना
ऋषिकेश में पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कथा पर्यावरण व जल संरक्षण के प्रति जन जागरुकता व तात्कालिक समस्याओं के समाधान के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि जब हम श्री राम कथा की बात करते हैं या फिर मां गंगा की बात करते हैं तो मुझे लगता है कि मां गंगा के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर भारत के जीवन से प्रभु राम के जीवन को निकाल दें तो उसके बिना भी भारत अधूरा रहेगा।
ये दौर भारत के लिए है टर्निंग प्वांइट
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि प्रभु श्री राम का जीवन वास्तव में अनुकरणीय है। राम सर्व समर्थ हैं। आप उनके नाम की संज्ञा किसी भी धर्म, संप्रदाय किसी को भी दे दीजिए लेकिन राम, राम हैं और राम, राम ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के लिए ये दौर बहुत टर्निंग प्वांइट पर है।
विश्व गुरू बनने की कगार पर है भारत
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने इसका विश्लेण किया है। सब लोग कहते हैं कि भारत विश्व गुरू बनने की कगार पर है। विश्व गुरू अर्थात एक वैश्विक शक्ति, मैंने देखा कि सही मायने में हम वैश्विक शक्ति बनने की कगार पर हैं। आज जी 20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। यही तो वैश्विक शक्ति, विश्व गुरू है।