देहरादून। संजय ऑर्थाेपीडिक स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर, जाखन देहरादून के द्वारा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं परिषद्, उत्तराखंड के तत्वावधान में सड़क सुरक्षा के अंतर्गत एससीएसइआरटी द्वारा सड़क सुरक्षा एवं कला शिक्षा के अतंर्गत उत्तराखंड के शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यशाला में पतंजलि योग पीठ हरिद्वार में सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान के तहत ऑर्थाेपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय एवं पद्मश्री से सम्मानित डॉ. बी. के. एस. संजय ने उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के चुने हुए शिक्षकों को सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराया एवं दुर्घटनाओं के होने वाले कारणों, बचाव एवं उपचार के बारे में महत्वपूर्ण विस्तृत जानकारी दी।
इंडिया बुक रिकॉर्ड होल्डर आर्थाेपीडिक सर्जन डॉ गौरव संजय ने बताया कि सडक दुर्घटनाओं से पीड़ित मरीजों में से एक चौथाई लोगों की तो मौतहो जाती है और केवल एक चौथाई लोग ही अच्छे इलाज के बावजूद ठीक हो पाते हैं जबकि अन्य में कुछ ना कुछ परेशानियॉ बनी रहती हैं जिससे न केवल पीड़ितों की बल्कि देश की भी आर्थिक स्थिति बिगड रही है। सड़क दुर्घटना के बाद गरीब आदमी और गरीब होता जा रहा है। कोरोना महामारी का कारण तो कोरोना वाइरस है जो इतना सूक्ष्म है कि हम देख नहीं सकते इसलिए पकड़ नहीं सकते लेकिन सड़क दुर्घटना के कारक जो कि चालक हैं जिनके कारण 90ः सड़क दुर्घटनाऐं होती हैं, उनको तो सरकार पकड़ सकती है और इस तरह केलोगों को वाहन चलाने से रोक सकती है और ऐसे लोगों को ड्राईवरी के अलावा कोई और काम दिया जासकता है जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या पर नियंत्रण किया जा सकता है। यदि ऐसा हो जाता है तो ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी की कहावत चरितार्थ हो जाएगी।
पद्मश्री से सम्मानित डॉ. बी. के. एस. संजय जिनको इस साल के पदमश्री पुरस्कार सेभारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है, ने अपने सम्बोधन में बताया कि कहने को तो कोविड 19 एक बहुत भयंकर महामारी है जो कि प्राकृतिक है लेकिन मानव निर्मित सड़क दुर्घटनाओं की महामारी कोविड 19 महामारी से भी भयंकर है। डॉ. संजय ने कुछ ऐसे तथ्यों को तुलनात्मक ढंग से दिखाया जो कि चौकाने वाले हैं। अब तक देश में कोविड 19 से संक्रमित 100 में से 1 की मौत हुई, लेकिन दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं से 3 में से 1 की मौत हो रही है। डॉ. संजय ने बताया कि हमारे समाज ने जितनी सावधानियां कोविड महामारी से बचने केलिए बरती और सरकार ने जितना धन कोविड महामारी को नियंत्रित करने में लगाया उसकी तुलना मंे यदि हमारे समाज ने सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए थोड़ी सी सावधानियां जैसे कि यातायात के नियमों को मानना और यदि सरकार ने थोड़ी सी कडाई से यातायात के नियमों को लोगों से मनवा देतीहै तो जिस प्रकार हमारे देश ने लगभग कोविड जैसी महामारी सेजीत पा ली है तो उसी प्रकार हमारादेश सडक दुर्घटनाओं की महामारी को निश्चित ही नियंत्रित कर लेगा।