हरिद्वार में आज(शनिवार) कांगड़ा घाट में नहाते समय 3 कांवड़िये नदी के तेज जलधारा में बहने लगे; जिसमें 1 कांवड़िया ठीक से तैरना न जानने के कारण नदी में डूबने लगा. डूबते हुए कावड़िया को देख सभी कांवड़िये उसे बचाने की चीख-पुकार करने लगे. तब SDRF जवान आशिक अली डूबते हुए कावड़िये केलिए देवदूत बनकर आए. उन्होंने उस कावड़िये की जान बचाई.
बता दें, आशिक अली घाट पर उस समय अपनी ड्यूटी कर रहे थे. तभी उन्होंने कावड़ियों की चीख पुकार सुनी और बिना कोई देरी किए मां गंगा में छलांग लगा दी और करीब 150 मीटर तक उनके( डूबते हुए कावड़िये) पीछे तैरते हुए; डूबते हुए कांवड़िये को पकड़ लिया व सकुशल बाहर निकाला.
यदि SDRF जवान आशिक अली भीड़ की आवाज सुनते ही तुरंत नदी में नहीं कुदते, तो उस कांवड़िये की जान बचाना असंभव हो जाता.