देहरादून में उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़े सेक्सटॉर्शन गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह सोशल मीडिया और वीडियो कॉलिंग के ज़रिए लोगों को फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूलता था। इस मामले में पुलिस ने राजस्थान के टोंक जिले से सल्लू नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

कैसे करते थे ठगी का जाल तैयार
गिरोह का तरीका बेहद शातिर था। आरोपी पहले अश्लील वीडियो कॉल करता, फिर खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर पीड़ित को ब्लैकमेल करता था। इसी चाल में फंसकर देहरादून निवासी एक बुजुर्ग व्यक्ति से 25 लाख रुपये वसूल लिए गए।
गिरफ्तारी के साथ अहम सबूत बरामद
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, सिम कार्ड और पासबुक बरामद की है। ये सभी वस्तुएं ठगी में उपयोग की जा रही थीं। बरामद डिजिटल सामग्री की जांच के आधार पर पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
राजस्थान से लेकर उत्तराखंड तक फैला नेटवर्क
जांच में सामने आया है कि यह गिरोह केवल उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी सक्रिय था। आरोपी राजस्थान से पूरे गिरोह का संचालन कर रहा था और तकनीकी माध्यमों से लोगों को अपना शिकार बना रहा था।

पुलिस की सतर्कता और आगे की जांच
STF ने इस मामले में साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से आरोपी को ट्रैक कर पकड़ा। पुलिस अब इस नेटवर्क के पीछे मौजूद अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है और जल्द ही पूरे गिरोह का भंडाफोड़ होने की संभावना है।
जनता के लिए चेतावनी और अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अनजान नंबरों से आने वाले वीडियो कॉल्स से सतर्क रहें और किसी भी तरह की ब्लैकमेलिंग या ठगी की घटना को तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या साइबर सेल को रिपोर्ट करें।