उत्तराखण्ड का एक और शहर जल्द ही देहरादून की तरह एयरपोर्ट से जुड़ने जा रहा है. यह एयरपोर्ट नेपाल और चाइना के बेहद पास है. यह एयरपोर्ट चीन से महज 50km की दूरी पर है. जिसके कारण, केंद्र सरकार चीन और नेपाल सीमा पर नजर रखने केलिए एयरपोर्ट को सेना के हवाले किए जाने की तैयारी कर रही है. बता दें, यह एयरपोर्ट उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में है और जल्द ही इस एयरपोर्ट को बृहत रूप से सेवा में लाया जाएगा.
उत्तराखंड का पिथौरागढ़ में जल्द हवाई सेवा शुरू हो सकती है. बता दें, पिथौरागढ़ के नैनी-सैनी एयरपोर्ट को ‘एरोड्रम लाइसेंस’ मिल गया है. हालांकि फ्लाइट का संचालन कब शुरू करना है, का निर्णय “उत्तराखंड विकास प्राधिकरण” को करना है. एरोड्रम लाइसेंस जारी होने के बाद यहां बड़े जहाज उतर सकेंगे, साथ ही सभी जहाजों को लैंडिंग और टेक ऑफ की सुविधा मिल सकेगी.
पिथौरागढ़ को था लंबे समय से इंतजार
पिथौरागढ़ की जनता को लंबे समय से इस एयरपोर्ट का इंतजार था. वर्ष 1994 में प्रदेश (उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड) के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने नैनीसैनी हवाई पट्टी का शुभारंभ किया था. इसके 29 वर्ष के बाद भी अब तक नियमित हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाई है, हालांकि अब इसको जल्द सेवा केलिए कार्य में लाया जाएगा.
इस एयरपोर्ट के आने से उत्तराखण्ड के सीमांत जिले के लोगों के लिए दिल्ली और देहरादून जाना आसान हो जाएगा. बता दें, पिथौरागढ़ से देहरादून के बीच की करीब 500 किलोमीटर की दूरी को तय करने में 12 घंटे लगते हैं. हवाई सेवा शुरू होने के बाद यह दूरी 1 से 1:30 घंटे में पूरी हो जाएगी.
हालांकि, साल 2018 में यहां हेरिटेज एविएशन ने पंतनगर और पिथौरगढ़ के बीच 9 सीटर विमान सेवा शुरू की थी. इसके बाद साल 2021 में अक्टूबर महीने में पवनहंस ने भी यहां से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की, लेकिन दोनों ही सेवाएं कुछ ही महीने में बंद हो गईं थीं.