पटवारी, लेखपाल पेपर लीक मामले के तार भाजपा नेता से जुड़ रहे हैं. ठोस सबूत मिलने पर भाजपा नेता की गिरफ्तारी भी हो सकती है. उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से आठ जनवरी को संपन्न कराई गई पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने का STI उत्तराखंड ने भंडाफोड़ किया था.
बुधवार को पेपर लीक घोटाले में भाजपा नेता का नाम चर्चाओं में आ गया है. देहात क्षेत्र के भाजपा नेता के संपर्क गिरफ्तार हुए लोगों से रहे हैं. STI पूरी तहकीकात में जुट गई है. अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी समेत तीन आरोपियों के पुलिस रिमांड के बाद भी कई नाम सामने आए हैं. अधिकारी बोलने से बच रहे हैं.
पटवारी भर्ती पेपर लीक मामले की जांच में जुटी STI ने मंगलवार को आरोपी लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की. उससे यह जानने का प्रयास भी किया कि आयोग में कहीं कोई और उसका मददगार तो नहीं है.
कोर्ट ने उसका दो दिन का रिमांड मंजूर किया है. STI मंगलवार को आरोपी संजीव चतुर्वेदी को उन ठिकानों पर लेकर गई, जहां अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्ररटाए गए थे. पटवारी भर्ती पेपर लीक कांड सामने आने के बाद संजीव चतुर्वेदी और उसकी पत्नी रितू सहित आठ आरोपियों को पकड़ा गया है.
STI ने पॉलीटेक्निक शिक्षक राजपाल व उसके भतीजे संजीव कुमार को चार दिन तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की। इसी आधार पर सोमवार को संजीव और राजपाल के दो रिश्तेदारों को STI ने गिरफ्तार किया था. कुछ उपकरण भी बरामद किए गए थे. दोनों आरोपियों की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद जेल भेज दिया गया.