पुरोला के बाद अब राजधानी में भी धर्मांतरण का मामला सामने आया है। समुदाय विशेष के एक व्यक्ति पर आरोप लगा है कि उसने महिला को झांसे में लेकर उसकी तीन नाबालिग बेटियों का धर्मांतरण करा दिया। आरोपी ने बच्चियों का दाखिला बिजनौर के एक मदरसे में करा दिया। बच्चियों की नानी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि देहरादून की बुजुर्ग महिला की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी एक बेटी की शादी दून में ही रहने वाले सोनू वर्मा से हुई थी। उसकी तीन बेटियां हैं।
इनमें सबसे बड़ी आठ, दूसरी छह और तीसरी तीन साल की है। दंपती में विवाद होने पर तीनों बच्चियों के साथ उनकी बेटी एक साल पहले मायके आकर रहने लगी। यहां एक कबाड़ी निवासी नया गांव, नेहरू कॉलोनी आता-जाता है। वह महिला की बेटी के संपर्क में आ गया। पिछले साल वह महिला की बेटी और उसकी तीनों पुत्रियों को अपने साथ ले गया।
इस बीच महिला को पता लगा कि तीनों बच्चियों का धर्मांतरण कर उनका दाखिल बिजनौर के चांदपुर स्थित मदरसे में करा दिया गया है। इसके बाद नानी तीनों को लेकर दून आईं। इस दौरान विवाद भी हुआ। यहां आकर उन्होंने धर्मांतरण और मारपीट को लेकर आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीओ ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।