पौड़ी।
उत्तराखंड के पौड़ी जनपद अंतर्गत रिखणीखाल क्षेत्र में हाल ही में हुए करंट हादसे ने प्रशासन और विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे में हुई जनहानि और लापरवाही के संकेतों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत संज्ञान लिया और उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के तीन अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए।

हादसे का कारण
यह दुर्घटना बीते सप्ताह उस समय हुई जब रिखणीखाल क्षेत्र में एक खुले विद्युत तार की चपेट में आने से कई ग्रामीण करंट की चपेट में आ गए। हादसे में कुछ लोगों की मृत्यु हो गई जबकि कई अन्य घायल हुए।
अधिकारियों को किया निलंबित
शासन द्वारा तत्काल प्रभाव से तीन जिम्मेदार अधिकारियों—एक अधिशासी अभियंता, एक सहायक अभियंता और एक अवर अभियंता—को निलंबित किया गया है। प्रारंभिक जांच में इन अफसरों की लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी सामने आई है।
निर्णय लेने का उद्देश्य
मुख्यमंत्री कार्यालय से देहरादून में उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया, जिसमें ऊर्जा विभाग की कार्यशैली पर भी पुनर्विचार की बात सामने आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि “जनसुरक्षा के प्रति कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

कार्यान्वयन की प्रक्रिया
संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबन आदेश सौंपे गए हैं और पूरे मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन भी किया गया है। साथ ही, पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश भी दिए गए हैं।
यह कार्रवाई न केवल अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की दिशा में एक सख्त संदेश है, बल्कि उत्तराखंड सरकार की जनसुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है। शासन अब विद्युत सुरक्षा मानकों की समीक्षा कर पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।पौड़ी।
उत्तराखंड के पौड़ी जनपद अंतर्गत रिखणीखाल क्षेत्र में हाल ही में हुए करंट हादसे ने प्रशासन और विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे में हुई जनहानि और लापरवाही के संकेतों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत संज्ञान लिया और उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के तीन अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए।