उत्तराखंड के दून अस्पताल में एक ढाई साल की बच्ची इन्फ्लुएंजा-ए के साथ ही एच-1 एन-1 पॉजिटिव पाई गई। एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा का सब टाइप है और यह स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करता है। बच्ची को दून अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां मासूम को आइसोलेट किया गया है। जिले में कोविड की 47 जांच की गई। हालांकि सभी रिपोर्ट निगेटिव है।
मासूम बच्ची इन्फ्लुएंजा पॉजिटिव
वही इसी बीच जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने कहा कि दून अस्पताल में ढाई साल की बच्ची इन्फ्लुएंजा पॉजिटिव पाई गई है। जिसे दून अस्पताल में आइसोलेट किया गया है, यही नहीं रिपोर्ट के अनुसार बच्ची एच-1 एन-1 पॉजिटिव भी पाई गई है। जिसका इलाज दून अस्पताल से काराया जा रहा है .
बच्चों में INFECTION का डर ज्यादा
दून अस्पताल के बाल रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर मेजर डॉ. गौरव मुखीजा की माने तो बच्चों में इन्फ्लुएंजा की जांच इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हमें बच्चों में एच-1 एन-1, एच-3 एन-1, एच-3 एन-2, एच-1 एन-2 का डर ज्यादा सता रहा है। यह सभी इन्फ्लुएंजा के सब टाइप है और स्वाइन फ्लू को प्रजेंट करते हैं।
फेफड़ों पर ड़ालता है असर
हालांकि हर साल बच्चों को सर्दी और जुकाम होता है तो इन्फ्लुएंजा-ए और बी की वजह से होता है। यह घातक नहीं होता है। इसके अलावा इन्फ्लुएंजा के सब टाइप की जांच में बच्चे बहुत कम ही पॉजिटिव आते हैं। इन्फ्लुएंजा के सब टाइप मरीज के फेफड़ों पर असर डालते हैं। इसमें घातक निमोनिया होता है।