मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. जिसमें एयरफोर्स के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गए. सूचना मिलते ही मौके पर राहत बचाव दल पहुंच गया है और आगे की कार्रवाई में जुट गया है. रक्षा सूत्रों के मुताबिक दोनों विमानों ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी, जहां अभ्यास चल रहा था.
रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स ची फ जानकारी ली जेट विमान सुबह साढ़े पांच बजे दुर्घटनाग्रस्त हुए थे. दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए. हादसे के बाद वायुसेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बैठा दी है. जो यह देखेगी कि क्या दोनों विमान आपस में टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं या फिर किसी और कारण से जानकारी के मुताबिक दुर्घटना के दौरान सुखोई 30 में 2 पायलट थे जबकि मिराज 2000 में एक पायलट था. बताया जा रहा है कि 2 पायलट सुरक्षित हैं जबकि एयरफोर्स का एक हेलिकॉप्टर तीसरे पायलट की लोकेशन पर पहुंच रहा है.
बता दें कि मिराज 2000 (Mirage 2000) फाइटर जेट्स को उड़ाने के लिए सिर्फ एक पायलट की जरूरत होती है. इस जेट की लंबाई 47.1 फीट होती है. विंगस्पैन 29.11 फीट होती है. ऊंचाई 17.1 फीट होती है. हथियारों और ईंधन के साथ इसका वजन 13,800 किलोग्राम हो जाता है. वैसे यह 7500 किलोग्राम वजन का है. 26 फरवरी 2019 को 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने ही पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त किया था.
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, “मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है. मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं. विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं.
इससे कुछ देर पहले ही यूपी के आगरा से उड़ान भरने वाला एक एयरक्राफ्ट राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्छैन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. गनीमत रही है कि रिहाइशी इलाके में ये एयरक्राफ्ट क्रैश नहीं हुआ. डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भरतपुर में एक चार्टेड एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.