उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा को लेकर सोमवार को एक अहम समीक्षा बैठक की। बैठक में यात्रा मार्ग पर हुई तोड़फोड़ की घटनाओं को बेहद गंभीरता से लिया गया। मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ कोई खिलवाड़ न हो, लेकिन कानून व्यवस्था से समझौता भी किसी हाल में न किया जाए।

लाठी-डंडा और नुकीले सामान पर प्रतिबंध
कांवड़ यात्रा में कुछ लोगों द्वारा लाठी-डंडे और नुकीली वस्तुएं ले जाने से उत्पन्न हो रही अशांति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिए। ये कदम यात्रा को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
नशे पर सख्त कार्रवाई के आदेश
मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा मार्गों और शिविरों के आसपास मादक पदार्थों की बिक्री और सेवन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी व्यक्ति नशे की हालत में यात्रा करते पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिविरों में ठहरने वालों का होगा सत्यापन
यात्रा के दौरान बनाए गए शिविरों में ठहरने वाले हर यात्री का सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और असामाजिक तत्वों की पहचान के लिए जरूरी बताया गया।

सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर भी सख्त निगरानी रखने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय किया जाए और किसी भी भ्रामक या भड़काऊ पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई हो।
सद्भाव और शांति की अपील
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से अपील की कि वे कांवड़ यात्रा को धर्म और आस्था का पर्व बनाए रखें, और राज्य की परंपरा के अनुरूप शांति और सद्भाव बनाए रखें।
इस समीक्षा बैठक के बाद माना जा रहा है कि सरकार इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान हर स्तर पर सतर्क और सख्त रवैया अपनाने जा रही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो और यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च बनी रहे।