पिछले छह वर्षों में उत्तराखंड की बेरोजगारी दर में करीब चार गुना से अधिक वृद्धि हो गई है। अप्रैल 2016 में बेरोजगारी दर 1.3 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 5.2 प्रतिशत हो गई है। जबकि पिछले वर्ष प्रदेश की बेरोजगारी दर पांच और मई 2020 में केवल दो राज्यों से अधिक थी। जिसके करण पलायन भी बढ़ रहा है ऐसे मे उत्तराखंडी ने आगे बढ़ावा लेकर एक मिसाल कायम कर दी है।
उत्तराखंड जहा लोग रोज़गार की तलाश मे, देवभूमि छोड़ शहर की ओर निकल पड़े है। वाही कुछ लोग ऐसे भी है, जो अपनी देवभूमि को छोड़ कर जाना नही चाहते। इन लोगो ने अपने दम पर ही, यहा रोज़गार खड़ा कर दिया है। ऐसी एक दनपति पौड़ी ज़िलें की रहने वाली है, जिन्होंने सेब के बागबान उत्पादान कर पहाड़ मे रोज़गार को एक नया बढ़ावा दिया है। हम बात कर रहे हैं पौड़ी गढ़वाल के मटकुण्ड गांव निवासी धनी कांति चंद और उनके पति विजय पाल चंद की जो एक मेहनतकश बागवान हैं।
अब देखना यह है की ये लोग इस कार्य मे कितने सफल होते है, और क्या ये नया तरीका सच में रोज़गार की समस्स्या को कम कर पायेगा या नही।