उत्तराखण्ड में आने वाले दो दिनों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इस दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना है. हालांकि मैदानों में फिलहाल न्यूनतम तापमान स्थिर रह सकता है.
मैदानी इलाकों में अधिकतर स्थानों पर हल्के से कोहरा व धुंध छाये रहने और पहाड़ों में पाला पड़ने की संभावना है. जिससे देश के अन्य राज्यों में भी असर देखने को मिलेगा. अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 15.1 डिग्री सेल्सियस से अधिक अंतर रहने की संभावना है.
गुरुवार को अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई. वहीं नैनीताल में तापमान स्थिर रहा. राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 12 से 16 डिग्री के आसपास अंतर रह सकता है. फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तर भारत में अक्टूबर और नवंबर में पश्चिमी विक्षोभ कम सक्रिय रहता है. दिसंबर दूसरे सप्ताह में इसकी सक्रियता बढ़ती है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक दिसंबर के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे उत्तर भारत में भारी बारिश के साथ ही पहाड़ों में हिमपात की संभावना है.