नई टिहरी। लचर स्वास्थ्य सेवाओं के कारण न जाने कितने लोगों को अपनी जान गवानी पड़ती है, टिहरी से एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है जहां प्रतापनगर में एक और गर्भवती महिला की मौत हो गई। प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने उसे बुधवार सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौंड लंबगांव पहुंचाया, लेकिन तीन घंटे बाद जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो उसे जिला अस्पताल बौराड़ी के लिए रेफर कर दिया, लेकिन महिला ने रास्ते में डोबरा में दम तोडदिया
अस्पताल में नहीं हैं चिकित्सक
बता दे की तीन माह पहले भी आठ अक्तूबर को भी प्रतापनगर ब्लाॅक के ओनालगांव की एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी।जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। स्थानीय लोगों की ओर से लगातार मांग किए जाने पर भी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो पा रही है।
विकास से दूर गांव
अस्पताल में डॉक्चर न होने के कारण लोगो को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है .यहा गांव विकास से कोसो दूर है. जिले में स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ी है . जिस कारण प्रतापनगर ब्लाॅक के ग्राम हेरवाल गांव की एक गर्भवती महिला की मौत हो गई।
महिला ने रास्ते में ही तोड़ा दम
परिजनों की माने तो बुधवार सुबह रामचंद्री देवी (32) पत्नी धनपाल को प्रसव पीड़ा होने पर उसे सुबह नौ बजे सीएचसी चौंड पहुंचाया गया था। वहां तैनात डॉक्टर ने सामान्य प्रसव होने की बात कही, लेकिन दोपहर करीब 12 बजे जब रामचंद्री की हालत बिगड़ने लगी तो डाॅक्टर ने उसे रेफर करने की सलाह देते हुए आपातकाल एंबुलेंस सेवा 108 को फोन किया।करीब पौने एक बजे एंबुलेंस अस्पताल पहुंची और गर्भवती को लेकर जिला अस्पताल बौराड़ी के लिए रवाना हुई। चांठी के पास उसे दूसरी एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया। वहां से कुछ दूर जाते ही डोबरा के पास गर्भवती ने दम तोड़ दिया।