नई टिहरी। अब टिहरी झील में किसी भी दुर्घटना या आपदा की स्थिति में एसडीआरएफ तत्काल राहत एवं बचाव कार्य कर सकेगी। टिहरी झील में एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को दो हाईस्पीड मोटर बोट और फ्लोटिग जेटी मिलने से राहत कार्य बेहतर तरीके से हो सकेंगे।
रविवार को कोटी कालोनी में टिहरी झील में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की उपस्थिति में एसडीआरएफ की टीम ने राहत एवं बचाव कार्य का प्रदर्शन किया। इस दौरान दो डूबते हुए युवकों को एसडीआरएफ की स्पीड बोट की मदद से बचाया गया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि टिहरी झील आने वाले समय में दुनिया का प्रमुख पर्यटन स्थल बनकर उभरेगा। ऐसे में यहां पर पर्यटकों का दबाव भी बढ़ रहा है। पुलिस ने यहां पर एसडीआरएफ की रेस्क्यू चौकी स्थापित की है। यहां वर्तमान में 50 जवान तैनात हैं। यहां दो स्पीड बोट और 50 व्यक्तियों की क्षमता वाली फ्लोटिग जेटी भी उपलब्ध कराई गई है। स्पीड बोट 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पानी में चल सकती है। भविष्य में यहां पर एसडीआरएफ को और सुविधाएं दी जाएंगी। उत्तराखंड पुलिस वर्तमान में 18 लोकेशन पर जल पुलिस रेस्क्यू टीम की तैनाती की गई है, जिससे बाढ़ एवं आपदा कार्याे में मदद मिलती है। इस दौरान पुलिस महानिदेशक ने झील में साहसिक खेलों का प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से भी बातचीत की। इस अवसर पर एसएसपी टिहरी तृप्ति भट्ट, सीडीओ नमामि बंसल, अलकनंदा अशोक, एसडीआरएफ कमांडेंट नवनीत भुल्लर, एएसपी राजन सिंह, प्रभारी निरीक्षक शैलेश राणा आदि मौजूद रहे।