उत्तराखंड में आज-कल दरोगा भर्ती में हुई धांधली की जांच जारी हो रहीं. पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय ने विजिलेंस की रिपोर्ट के बाद 20 दरोगाओं को निलंबित कर दिया था. आने वाले दिनों में भी निलंबित दरोगाओं की लिस्ट लंबी हो सकती है. अगले हफ्ते तक विजिलेंस करीब 15 और दरोगाओं के नाम का खुलासा कर सकती है जो भर्ती मामले में संदिग्ध पाए गए हैं. विजिलेंस की रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस मुख्यालय फैसला लेगा. लिस्ट में जो नए दरोगाओं के नाम शामिल होंगे उनके खिलाफ भी पहले 20 दरोगाओं की तरह कार्रवाई होगी. अक्टूबर से इस मामले की जांच विजिलेंस कर रही है.
जुलाई में पंतनगर विश्वविद्यालय के बाबू दिनेश चंद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस भर्ती मामले में हुई धांधली की बात सामने आई थी. उस वक्त चंद ने एसआईटी को बताया था कि साल 2015 में सीधी भर्ती में पैसे देकर कइयों को दरोगा बनाया गया है। इस काम में विवि के डीन जादौन भी शामिल था. इसके बाद विजिलेंस को मामले की जांच सौंपी गई और आठ अक्तूबर को इन दोनों समेत 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
भर्ती मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, जिसकों लेकर डीजीपी अशोक कुमार पहले ही कह चुके हैं. जांच होने तक धांधली में लिप्त दरोगा सस्पेंड रहेंगे, वहीं इसके बाद उनकी बर्खास्तगी की कार्यवाही की जाएगी.