देहरादूनः तेज गर्मी और गर्म हवाओं से पहाड़ और मौदान दोनोें परेशान हैं। पहाड़ी क्षेत्रों मे तेज गर्मी के बीच कभी-कभी हल्की बारिश से तेज गर्म मौसम से राहत भी मिल रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 5 जिलों मे हल्की बारिश का अनुमान लगाया है। जबकि मैदानी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं।
तपती गर्मी का कारण जलवायु परिवर्तन
मौसम वैज्ञानिक ने प्री मानसून की बारिश का न होना, इस दिन प्रतिदिन बढ़ती गर्मी का कारण बताया वैज्ञानिकों का कहना है इस बारिश में आई गिरावट और जलवायु परिवर्तन के चलते मैदान से लेकर पहाड़ तक भीषण गर्मी पड़ रही है। यही वजह है कि दिन के साथ रात को भी गर्म हवाएं परेशान कर रही हैं।
मैदानी इलाकों में हीटवेव का अलर्ट
मैदानी इलाकों में झोंकेदार हवाओं के साथ हीटवेव की आशंका जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। जबकि मैदानी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं। केंद्र की ओर से गर्म हवाओं का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान ने तोड़ 122 सालों का रिकॉड़
बीते गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 122 वर्ष में सर्वाधिक है। इससे पहले चार जून 1902 को दून का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा था, जो आल टाइम रिकार्ड है। वर्ष 2022 में पांच जून को पारा 41.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था,
तापमान की स्थिति
गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन अंक अधिक 26.0 डिग्री सेल्सियस रहा। पंतनगर का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच अंक अधिक 41.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान सामान्य से सात अंक अधिक 31.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। टिहरी का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन अंक अधिक 31.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 20.2 डिग्री सेल्सियस रहा।