देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह के भीतर ही कोरोना के मामले 150 से बढ़कर 300 के पार चले गए हैं। इस लिहाज से दिल्ली में कोरोना वायरस से मामलों की रफ्तार एक सप्ताह के भीतर ही दोगुना हो गई है। इस बीच दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना से संक्रमित 325 नए मरीज मिले, वहीं राहत की बात यह है कि कोई मौत नहीं हुई।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अगले सप्ताह 20 अप्रैल को अहम बैठक करेगा। इस बैठक में दिल्ली मेे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उपायों और मास्क न लगाने पर जुर्माने पर चर्चा होगी।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 20 अप्रैल को होने वाली दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में कोरोना का विस्तार रोकने के लिए अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। उपराज्यपाल की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में मौजूदा कोविड की स्थिति पर चर्चा होगी। बैठक में जरूरत के अनुरूप ही उपयुक्त कदम उठाने का निर्णय लिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि संभवतया इस बैठक में मास्क अनिवार्य रूप से लगाने का भी फैसला लिया। खासकर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क अनिवार्य करने का भी फैसला डीडीएमए की बैठक में लिया जा सकता है।
लिए जा सकते हैं ये फैसले
- बाजार/मार्केट में मास्क हो सकता है अनिवार्य
- माल, सिनेमा हाल में भी बढ़ सकती है सख्ती
- मेट्रो में भी सफर के दौैरान मास्क को किया जा सकता है अनिवार्य
- दफ्तरों में भी मास्क लगाने को कहा जा सकता है
लगातार तीसरे दिन बढ़े कोरोना के मामले
राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरे दिन भी कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई। हालांकि, राहत की बात यह है कि कोरोना से किसी मरीज की मौत भी नहीं हुई। वहीं, संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत से घटकर 2.39 प्रतिशत पर आ गई। बृहस्पतिवार को कोरोना के 325 नए मामले सामने आए, जबकि इससे पहले बुधवार को 299 संक्रमित मिले। बुधवार को 12,022 सैंपल की जांच हुई थी, जबकि पिछले 24 घंटे में 13,576 सैंपल की जांच हुई।
गौरतलब है कि कोरोना की पिछली लहरों की तरह ही एक बार फिर स्कूल-कालेजों में बच्चों के संक्रमित होने के भी मामले सामने आने लगे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि चौथी लहर आई भी तो यह ज्यादा घातक नहीं होगी, क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इस कारण कोरोना घातक नहीं होगा।
दिल्ली में एक दिन में 4,363 ने ली सतर्कता डोज
दिल्ली में 18 साल से ऊपर के लोगों को सतर्कता डोज देने की शुरुआत के बाद बृहस्पतिवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 4,363 लोगों ने निजी अस्पतालों में सतर्कता डोज लगवाई। इसके साथ ही अब लोगों में सतर्कता डोज लेने का रुझान बढ़ रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने से लोगों के सतर्कता डोज लेने में और तेजी आ सकती है। इससे पहले एक दिन में 2733 लोग सतर्कता डोज लगवा चुके हैं।