अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनावों में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद दूसरे ही दिन एक और रिकॉर्ड बनाया है. भले ही उनकी पार्टी हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा सूबे में सरकार बनाने का सपना भले ही पूरा नहीं हुआ, लेकिन आप ने ऐसा कमाल कर दिया की अब हर कोई इसकी चर्चा कर रहा है. मतलब चुनाव करारी हार मिलने के बाद भी अरविंद केजरीवाल को बड़ी सफलता मिली है यानी. हार के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा फायदा हुआ है. मजबूती के साथ चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी.
अभी तक रूझानों में आम आदमी पार्टी को 5 सीटों पर चुनाव जीतती नजर आ रही है. आप को 12.80 प्रतिशत वोट शेयर मिलते दिख रहे हैं. राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिये आप को दो सीट पर जीत और छह प्रतिशत मत हासिल करने की जरूरत थी जो आप ने हासिल कर लिया है. वहीं, मतगणना के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी (आप) को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बना देगी.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, गुजरात के वोटों से ‘आप’ एक राष्ट्रीय पार्टी बनने जा रही है. पहली बार शिक्षा और स्वास्थ्य पर आधारित राजनीति को देश में पहचान मिल रही है. भारत की जनता को बधाई. गुजरात में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए आक्रामक अभियान चलाने वाली आप 5 सीटों पर आगे चल रही है. कई सीटों पर आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर है तो कई जगहों पर अच्छा खासा वोट प्राप्त किया है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में आप की सरकार के साथ, पार्टी ने राज्य पार्टी का दर्जा हासिल किया है और राष्ट्रीय पार्टी बनने का भाग्य गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम 2022 पर निर्भर करता है. एक राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए एक राजनीतिक दल को कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त करने की आवश्यकता होती है. राज्य में एक पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए उसे कम से कम 2 सीटें और 6 प्रतिशत वोट जीतने की जरूरत होती है. गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद, आप की चार राज्यों गुजरात, दिल्ली, पंजाब और गोवा में सीटें हैं, जिससे वह अब एक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी.