छह हजार साल पुरानी संस्कृति और 1.3 अरब भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हुए ठाकुर ने कहा कि यह कान फिल्म महोत्सव और भारत फ्रांस के राजनयिक संबंध स्थापित होने की 75वीं वर्षगांठ का साल है। भारत और फ्रांस के रिश्तों को मजबूती देने में कान फिल्म महोत्सव वर्षों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
छह हजार साल पुरानी संस्कृति और 1.3 अरब भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हुए ठाकुर ने कहा, “यह कान फिल्म महोत्सव और भारत फ्रांस के राजनयिक संबंध स्थापित होने की 75वीं वर्षगांठ का साल है। भारत और फ्रांस के रिश्तों को मजबूती देने में कान फिल्म महोत्सव वर्षों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।” उन्होंने कहा, “भारतीय सिनेमा ने वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है। हमारे किस्से, कहानी, कंटेंट ने दुनियाभर के दर्शकों के दिलों पर राज किया। हमारे यहां इतनी संभावनाएं हैं कि आज दुनिया के कई निर्माता भारत में अपना ओटीटी प्लेटफार्म लाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, सरकार भी भारत में सह निर्माण को और सुलभ बनाने के कदम उठा रही है। सरकार ऐसी नीतियां तैयार कर रही है, जिससे मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को 2025 तक हर साल 53 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
मीडिया व मनोरंजन में स्टार्टअप से बदलेगा स्वरूप
ठाकुर ने कहा, मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप के आने से इसका स्वरूप तेजी से बदलेगा। ये स्टार्टअप अपनी तकनीकी क्षमता से सर्वश्रेष्ठ कंटेंट एनिमेशन के जरिये दुनिया के सामने पेश करेंगे। उन्होंने कहा, कान में भी कई भारतीय स्टार्टअप पहुंच चुके हैं और वे निरंतर बेहतरीन काम कर रहे हैं।
यूपी-एमपी जैसे प्रदेशों में शूटिंग को मिला बढ़ावा
ठाकुर ने कहा, हमारी सरकार ने पिछले आठ वर्षों में फिल्म निर्माण और सह निर्माण को बढ़ावा देने के कई कदम उठाए। इसीका नतीजा है कि मुंबई के अलावा अब उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में फिल्मों की शूटिंग बढ़ी है। इन राज्यों ने फिल्मांकन को लेकर अपनी नीतियां बनाई हैं। यूपी में फिल्मसिटी की घोषणा भी हुई है। इससे आने वाले दिनों में फिल्म निर्माण में विदेशी निवेश बढ़ने की उम्मीद है।
रहमान की दो और सात अन्य भारतीय फिल्में कान महोत्सव में मचाएंगी धूम
कान फिल्म महोत्सव में इस बार संगीतकार से निर्देशक बने ऑस्कर विजेता एआर रहमान की दो फिल्मों के साथ सात अन्य भारतीय फिल्में धूम मचाने को तैयार हैं। इनमें से ज्यादातर के निर्देशकों की पहली फिल्में कान के लिए चुनी गई हैं। भारत इस बार कान फिल्म महोत्सव की सह मेजबानी कर रहा है।