देहरादूनः देहरादून पुलिस ने रात 02ः00 बजे तक देहरादून में एसएसपी अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मासिक अपराध गोष्ठी आयोजित की। इस अपराध गोष्ठी में धोखाधड़ी, गौकशी, अवैध पशु कटान, वाहन चोरी, आईटी एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, और एमवी एक्ट जैसे विभिन्न मामलों पर चर्चा की गई। इस गोष्ठी के दौरान पुलिस अधिकारियों ने आगामी कार्रवाई के लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए, जिसमें आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाने की बात की गई।
आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई
सम्पत्ति अधिग्रहण की यह पहल उन अपराधियों के खिलाफ ली गई है, जो अवैध रूप से धन या संपत्ति हस्तांतरित करते हैं। यह निर्देश उन थाना प्रभारियों को दिए गए हैं। जो सक्रिय रूप से ऐसे मामलों में जुटे हैं और कड़ी कार्रवाई के माध्यम से समाज को इन अपराधियों के खिलाफ संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
एनडीपीएस एक्ट के तहत आर्थिक जांच
इस समीक्षा का मुख्य उद्देश्य एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत बरामद मादक पदार्थों की आर्थिक जांच करना है। यह निर्देश न सिर्फ व्यापारिक मात्रा में बरामदी की प्रक्रिया को तेजी से प्रारंभ करने के लिए है, बल्कि इसके माध्यम से समाज को एक आर्थिक अपराधों के विरुद्ध सकारात्मक संदेश भी दिया जा रहा है।
गैंगस्टर एक्ट और अवैध पशु कटाई के मामले
इस मीटिंग में अवैध गौहत्या और पशु कटाई के मामलों में पंजीकृत अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई के बारे में विवरण किया गया है। इसके साथ ही, उनकी संपत्ति के जब्तीकरण हेतु त्वरित कार्रवाई अनुशंसित की गई है ताकि ऐसे अपराधियों को और भी सक्रिय रूप से रोका जा सके।
सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी कार्यवाई के निर्देश
पुलिस विभाग ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और उनके प्रभाव को कम करने के लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से रैश ड्राइविंग, ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग आदि के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही, 1 जुलाई 2024 से शुरू हो रहे 03 नए कानूनों के संदर्भ में पुलिस कर्मियों को आनलाइन प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया गया है। इस प्रशिक्षण को आई गौट कर्मयोगी एप के माध्यम से प्रदान किया जाएगा, जिससे सभी कर्मचारी नए कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और इनके प्रचार-प्रसार में सहायक हो सकेंगे।
अतिथि व्यक्तियों और घरेलू नौकरों के सत्यापन के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत, सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से सत्यापन अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया है। यह अभियान समय-समय पर संबंधित अधिकारियों द्वारा समीक्षा की जाएगी ताकि समाज में सुरक्षा के साथ-साथ लोगों का विश्वास भी बना रहे।
इन निर्देशों के पालन की जिम्मेदारी सभी पुलिस कर्मियों को सौंपी गई है और वे इन्हें सख्ती से लागू करने का आश्वासन दे रहे हैं। इसके माध्यम से पुलिस विभाग ने जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी पूरी निष्ठा और समर्पण का वादा किया है। इन सभी समीक्षा बैठकों के माध्यम से, स्थानीय पुलिस अपने अपराध नियंत्रण कार्यक्रमों को मजबूत करने और समाज को सुरक्षित रखने में सक्षम हो रही है। ये कदम न केवल अपराधियों को खत्म करने में सहायक हैं बल्कि इससे समाज के भरोसे को भी मजबूती मिलती है।