दोनों बेटों के कामयाबी पर श्रीनगर में खुशी की लहर
श्रीनगरः श्रीनगर के दो युवाओं ने सेना में अफसर बनकर जिले का नाम रोशन किया गया है। कड़ी मेहनत के बाद श्रीनगर अपर भक्तियाना निवासी विनय भंडारी और बिलकेदार निवासी राहुल बहुगुणा को आखिर मुकाम मिल ही गया और उन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देशसेवा की अपनी हसरत पूरी कर ली। उनकी इस उपलब्धि से उनके परिवारजन और शुभचिंतक गदगद हैं। विनय भंडारी आईएमए देहरादून से पास आउट हुए वहीं राहुल बहुगुणा ओ.टी.ए गया से पासिंग आउट परेड के बाद परिवार के पहले सैन्य अधिकारी बन गए हैं।
चौरास-श्रीनगर का लाल करेगा भारत माता की रक्षा
विनय भंडारी मूल रूप से चौरास पट्टी के सुपाणा गांव के रहने वाले है। उनके पिता खुशाल सिंह भंडारी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में लगी निर्माणदायी नवयुगा कंपनी में एचआर ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे, लेकिन स्वास्थ्य में गड़बड़ी होने के चलते उन्होने नौकरी छोडने पड़ी। लेफ्टिनेट विनय भंडारी ने अपनी 10 वीं तक पढ़ाई श्रीनगर के गुरू राम राय पब्लिक स्कूल से की है। जिसके बाद उन्होंने 2016 में राजकीय पॉलिटेक्निक श्रीनगर से सिविल इंजीनियरिंग से डिप्लोमा की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद 2019 में कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रूडकी से सीविल से बीटेक की पढ़ाई उत्तीर्ण की। 2020 से 2021 तक ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की निर्माणदायी कंपनी में नवयुगा इंजीनियरिंग कंपनी में सिविल इंजीनियरिंग के पद पर कार्य किया, लेकिन देश सेवा के लिए सेना में जाने का जज्बा बरकरार रहा। इसके बाद विनय ने सीडीएस की टेक्निकल ग्रेजुएट की परीक्षा उत्तीर्ण की जुलाई 2023 में आईएमए देहरादून में ट्रेनिंग शुरू की। 2024 में आईएमए देहरादून से पास आउट होने के बाद लेफ्टिनेंट के लिए चयनित होकर उन्होंने जिले का भी नाम बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि से उनकी मां विश्वेश्वरी भंडारी, दादी मदनी देवी और बहन सिविका भंडारी से लेकर सारे परिवारीजन फूले नहीं समा रहे। लेफ्टिनेंट विनय भंडारी की बहन भी वर्तमान में एम्स ऋषिकेश में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत रहकर अपनी सेवाएं दे रही है।
चौथी पीढ़ी ने सेना में जाने की परंपरा को रखा कायम
चार साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद इंदिरा नगर कॉलोनी निवासी राहुल बहुगुणा ओ.टी.ए गया से पासिंग आउट परेड के बाद परिवार के पहले सैन्य अधिकारी बन गए हैं। राहुल के पिता सूबेदार अजय बहुगुणा नॉर्थ-ईस्ट में कार्यरत हैं। उनके चाचा संजय बहुगुणा भी असम राइफल्स में कार्यरत हैं। दादा सचिदानंद बहुगुणा बी.एस.एफ में थे तथा परदादा मगनानंद बहुगुणा ने भी भारतीय सेना में रहकर देश सेवा की। मूल रूप से परिवार पौडी गढ़वाल के श्रीनगर नगर निगम क्षेत्र के बिलकेदार निवासी राहुल के परिवार के लिए शनिवार का दिन गौरवांवित करने वाला रहा। परेड के दौरान राहुल की मां मीनाक्षी बहुगुणा और परिवार के अन्य रिश्तेदार भी परेड देखने आए थे। इस सैन्य परंपरा को कायम रखना उनकी दादी लक्ष्मी देवी बहुगुणा का शुरु से ही सपना था, जिसे आज उनके पोते ने पूरा कर दिखाया। राहुल ने देवभूमि पब्लिक स्कूल नकोट बिलकेदार से दसवीं तक की पढाई की और उसके बाद द एशियन स्कूल देहरादून से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने टीईएस परीक्षा पास की और ट्रेनिंग के लिए चले गए। उनके छोटे भाई अक्षत ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे है। राहुल का कहना है कि उनके मार्गदर्शक के रूप में चाचा शोभित बहुगुणा और मामा जेपी उपाध्याय का बड़ा योगदान रहा तथा नाना बीपी उपाध्याय और नानी सरोजनी उपाध्याय के आशीर्वाद से वह यहां तक पहुंचे। उनके इस कामयाबी पर श्रीनगर में सहित उनके पैत्रिक गांव में खुशी का महौल है।