राजधानी शिमला और दिल्ली के बीच करीब ढाई वर्ष से बंद हवाई सेवाएं अगस्त से शुरू हो सकती हैं। इस माह के अंत तक जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और दिल्ली के बीच करीब ढाई वर्ष से बंद हवाई सेवाएं अगस्त से शुरू हो सकती हैं। इस माह के अंत तक जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। करीब 100 करोड़ की राशि खर्च कर जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे की पट्टी को 1189 मीटर किया जा रहा है। शिमला के लिए 15 जुलाई तक एटीआर 42 की खरीद भी एलाइंस एयर लाइन कर लेगा। इसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की ओर से मौके का निरीक्षण कर अंतिम मंजूरी दी जाएगी।
मंजूरी मिलते ही शिमला और दिल्ली के बीच हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी। जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट की हवाई पट्टी को 100 करोड़ रुपये से सुधारा जा रहा है। वर्तमान में एयरपोर्ट की हवाई पट्टी 1163 मीटर है। इसे 26 मीटर और बढ़ाकर 1189 किया जा रहा है। यह कार्य अंतिम चरण में है। जून अंत तक कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2020 में एटीआर 42 की लीज समाप्त होने के बाद से इसे रिन्यू नहीं किया गया। मार्च 2020 तक एटीआर 42 (500) विमान की सुविधा मिल रही थी।
कोरोना संकट के चलते केंद्र सरकार ने हवाई सेवाओं पर रोक लगाई थी। इसी बीच, एयर इंडिया की एलाइंस एयर के एटीआर 42 हवाई जहाज की लीज समाप्त हो गई। कोरोना संकट लंबा चलने के कारण वर्ष 2021 में भी लीज को रिन्यू नहीं किया गया। जुब्बड़हट्टी में टेक ऑफ रन कम होने से विमान में सिर्फ 10 सवारियां ही दिल्ली जाती थीं। हवाई पट्टी छोटी होने से विमान कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा था। इसके चलते ही कंपनी ने बीते वर्ष लीज समाप्त होने के बाद शिमला से एटीआर 42 विमान चलाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
मार्च 2020 से पहले जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे पर 42 सीटर विमान में दिल्ली से आने वाली फ्लाइट में 30 से 35 सवारियां आती थीं। यहां टेक ऑफ रनवे केवल 34 मीटर है। शिमला से वापसी के लिए टेक ऑफ रन कम होने से फ्लाइट में सिर्फ 10 सवारियों को ही ले जाया जाता था। जुब्बड़हट्टी में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 20 अधिकारी और कर्मचारी नियुक्त हैं। 65 सुरक्षा कर्मी भी तैनात हैं। दिल्ली से हवाई सेवाएं बंद होने के बावजूद स्टाफ सेवाएं दे रहा है।