देशभर में आज मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के पर्व का विशेष महत्व बताया गया है। देवभूमि उत्तराखंड में भी इस पर्व को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। वही श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर डुबकी लगाई। इसी के साथ देवभूमि की डोलियां भी गंगा स्नान के लिए घाटों पर पहुंची हैं।
देव डोलियों ने किया स्नान
मकर संक्रांति पर गंगा स्नान, सूर्यपूजा और दान का विशेष महत्व माना गया है। इस वर्ष मकर संक्रांति का पर्व बहुत ही विशेष योग में मनाया जा रहा है। देवप्रयाग में अलकनंदा और भागीरथी के संगम पर श्रद्धालु गंगा स्नान व पूजन के लिए उमड़ पड़े। कई स्थानों की देव डोलियों ने तड़के दो बजे संगम व गंगा तट पर सूर्योदय से पहले का गुप्त स्नान भी किया गया। मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही संक्रांति पर्व का पुण्यकाल शुरू हो गया है।
इसी बीच देव डोलियों की मौजूदगी में ढोल-नगाड़ों की आवाज और मां गंगा के जयकारों से पूरी काशी नगरी गुंजायमान हो रही है।उत्तरकाशी के पौराणिक मणिकर्णिका घाट, केदार घाट, लक्षेश्वर, शंकर मठ, नाकुरी, देवीधार, गंगोरी अस्सी गंगा तट सहित आदि स्नान घाटों पर तड़के चार बजे ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी।