देहरादूनः चार धाम यात्रा आज की तारीख में अपनें सभी पुरानें रिकॉर्ड तोड़ रही है। वहीं चार धाम यात्रा से जुड़ा देवस्थानम बोर्ड राजनीतिक गलियारे में एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गया है। उत्तराखण्ड़ के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, देवस्थानम बोड का गठन यात्रा को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिये ही किया गया है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि, सुचारू और व्यवस्थित यात्रा कराना उत्तराखण्ड़ सरकार की जिम्मेदारी है। यात्री सुरक्षित आयें और सुरक्षित अपनें घरों तक पहुंचे यह हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए इस दृष्टिकोण को लेकर हमनें देवस्थानम बोर्ड का गठन किया। देवस्थानम बोर्ड का गठन सर्वसम्मति सें किया गया था, लोगों नें उसमें अपनें सुझाव दिये थे, नाम को लेकर भी काफी सुझाव प्राप्त हुए थे। साथ ही उन्होंने बताया कि देवस्थानम बोर्ड के गठन के वक्त उसमें 46-47 मंदिर शामिल थे बाद में 5-6 मंदिरों द्वारा लिखित रूप में देवस्थानम बोर्ड से जुड़ने का प्रस्ताव भेजा गया।
यात्रा प्राधिकरण के पक्ष में त्रिवेंद्र रावत
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बताया कि, चार धाम यात्रा हमारे प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है इसे सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए यात्रा प्राधिकरण की आवश्कता है। ताकि चार धाम यात्रा को लेकर त्वरित फैसले लिए जा सकें।