राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा है कि तीन मंजिला राम मंदिर के भूतल का निर्माण दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा.
नृपेंद्र मिश्रा ने यह भी कहा कि एक उपकरण डिजाइन करने पर काम चल रहा है जिसे मंदिर के शिखर पर स्थापित किया जाएगा, जिससे हर साल राम नवमी के दिन गर्भगृह में देवता के माथे पर सूर्य की किरणें क्षण भर के लिए पड़ेंगीं. उन्होंने कहा कि इसे बेंगलुरु में बनाया जा रहा है और इसके डिजाइन की देखरेख वैज्ञानिक कर रहे हैं. केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की और पुणे के एक संस्थान ने संयुक्त रूप से इसके लिए एक कम्प्यूटरीकृत कार्यक्रम बनाया है।
24 जनवरी से भक्तों के लिए खुल जाएगा राम मंदिर?
गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री मोदी को अभिषेक समारोह के लिए आमंत्रित करेगा, जिसके दौरान राम लला की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जायगी मंदिर ट्रस्ट ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद राम लला के अभिषेक की प्रक्रिया शुरू करने और राम लला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ (प्रतिष्ठा) का 10 दिवसीय अनुष्ठान करने का फैसला लिया है. ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा ने जून में कहा था की राम लला की मूर्ति के प्रण प्रथिष्ठा के बाद 24 जनवरी अयोधिया राम मंदिर के खुलने की संभावना है।
10 हजार संतों को दिया जाएगा आमंत्रण
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों के बारे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि समारोह में लगभग दस हजार अति विशिष्ट आमंत्रित सदस्य होंगे। राम मंदिर निर्माण आंदोलन से जुड़े साधु-संतों को विशेषकर आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सवा लाख से अधिक श्रद्धालु रोज रामलला के दर्शन के लिए आएंगे। इसी अनुमान के हिसाब से ही मंदिर में सुविधाओं को डिवेलप किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब समारोह में शामिल होंगे, इसकी जानकारी पीएमओ से नहीं आई है। संभव है कि पीएम मोदी 20 से 24 जनवरी के बीच किसी दिन प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकते हैं। क्योंकि उसके बाद पीएम 26 जनवरी के कार्यक्रमों में व्यस्त हो जाएंगे।
तिरुपति के तर्ज पर भक्तों को मिलेगा भोजन प्रसाद
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सवा लाख श्रद्धालु रोजाना दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं के सैलाब को संभालने के लिए ट्रस्ट कई व्यवस्था कर रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 25,000 से 50,000 लोगों को मुफ्त में प्रसाद खिलाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि भक्तों की भीड़ के कारण एक व्यक्ति को गर्भगृह में रामलला के दर्शन के लिए 15 से 20 सेकेंड ही मिलेंगे। मंदिर में आने वाले वाले भक्तों को गर्भगृह तक पहुंचने के लिए कई मंडपों से गुजरना होगा, जिसे देखकर उन्हें आनंद मिलेगा।